उल्लंघन पर जीवन भर के लिये बाहर कर दिया जाएगा रेफरी और जजों को: एआईबीए अध्यक्ष

दुबई, 24 मई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (एआईबीए) के अध्यक्ष उमर क्रेमलेव ने यहां एशियाई चैंपियनशिप से पूर्व कहा कि एआईबीए के नियमों का उल्लंघन करने वाले रेफरी और जजों को जीवन भर के लिये बाहर कर दिया जाएगा। इस अवसर पर मुक्केबाजी की विश्व संस्था ने निष्पक्ष फैसला नहीं देने वाले जजों के मामले में शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाने का संकल्प लिया। क्रेमलेव ने एशियाई चैंपियनशिप के शुरू होने से पहले रेफरी और जजों से मुलाकात की। उन्होंने रेफरी और जजों की समिति के अध्यक्ष क्रिस राबर्ट्स से भी मुलाकात की। एआईबीए प्रमुख ने ईमानदारी और पारदर्शिता की अपील की तथा रेफरी और जजों का किसी भी तरह के निराधार आरोपों पर समर्थन का वादा किया। क्रेमलेव ने कहा, ‘‘आपको एआईबीए नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए और कभी इनका उल्लंघन नहीं करना चाहिए। सबसे मजबूत खिलाड़ी को जीतना चाहिए। यदि आप एआईबीए के रेफरी और जज बन जाते हैं तो आप किसी एक देश नहीं बल्कि सभी खिलाड़ियों का बचाव करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यदि मैं किसी तरह के उल्लंघन के बारे में सुनता हूं तो हम रेफरी और जज को जीवन भर के लिये बाहर कर देंगे। हमें पूरी ईमानदारी से काम करना होगा और जो हमसे सहमत नहीं हैं हम उन्हें विदाई दे देंगे। हम इसके साथ ही किसी को भी रेफरी और जजों पर गलत आरोप नहीं लगाने देंगे। ‘‘ एआईबीए के रेफरी और जज रियो ओलंपिक 2016 से जांच के दायरे में थे जहां कुछ फैसलों को लेकर विवाद पैदा हो गया था। इसके बाद विश्व संस्था ने जांच बिठायी थी।