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जगुआर लैंड रोवर की घटती बिक्री बनी टाटा मोटर्स के शेयरों में गिरावट का कारण, जानिए कैसे

नई दिल्ली, 07 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। टाटा मोटर्स की जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने मंगलवार को कहा कि चिप सप्लाई की कमी से 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही के दौरान उसके थोक कारोबार में 50 फीसदी की कमी आएगी. यही वजह है कि टाटा मोटर्स के शेयर्स में भारी गिरावट देखी जा रही है.

जेएलआर ने एक प्रेस स्टेटमेंट में कहा, “चिप की कमी वर्तमान में बहुत ज्यादा है और इसे लेकर भविष्यवाणी करना मुश्किल है. सप्लायर्स के हालिया इनपुट के आधार पर, हम उम्मीद करते हैं कि 30 सितंबर को समाप्त होने वाली दूसरी तिमाही में चिप सप्लाई की कमी पहली तिमाही की तुलना में अधिक होगी, जिसके परिणामस्वरूप संभावित रूप से बल्क क्वांटिटी प्लान की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत कम होगी, हालांकि हम इसे कम करने के लिए काम करना जारी रख रहे हैं.”

टाटा मोटर्स का शेयर बीएसई पर इंट्रा-डे में 10 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ 316 रुपये प्रति पीस पर बंद हुआ, जो पिछले बंद से 8.4 फीसदी कम है. जगुआर लैंड रोवर की रिटेल सेल तीन महीने की अवधि से 30 जून तक साल-दर-साल उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है, जो मांग में निरंतर सुधार को दर्शाती है. हालांकि, थोक सेल, विशेष रूप से, वैश्विक ऑटो इंडस्ट्री को प्रभावित करने वाले सेमीकंडक्टर सप्लाई मुद्दों के कारण मांग से कम थी.

जगुआर लैंड रोवर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी थियरी बोल्लोरे ने कहा, “वर्तमान सेमीकंडक्टर सप्लाई मुद्दे इंडस्ट्री के लिए चुनौतियों को बढ़ाते हैं, जिसके माध्यम से काम करने में समय लगेगा, लेकिन जब सप्लाई ठीक हो जाएगी, तो हमारे पास काफी ज्यादा डिमांड होगी. हम भविष्य के लिए अपनी सप्लाई चेन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूत कदम उठा रहे हैं, हम सप्लायर्स और चिप निर्माताओं के साथ सीधे काम कर रहे हैं ताकि हमारे वाहनों के लिए चिप सप्लाई पर विजिबिलिटी और कंट्रोल बढ़ाया जा सके.
पिछले साल रिटेल सेल में हुई बढ़ोतरी

पहली तिमाही के लिए रिटेल सेल पिछले साल क्यू1 में बेचे गए वाहनों की तुलना में 69 प्रतिशत अधिक थी, जो पिछले वर्ष क्यू1 में बेचे गए 74,067 से बढ़कर 2022 के वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बेचे गए 1,24,537 वाहन हो गए. यूके सहित हर प्रमुख क्षेत्र में रिटेल सेल साल दर साल अधिक रही, जिसमें 187 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. यूरोप में कुल मिलाकर 124 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, विदेशी सेल में 71 प्रतिशत की वृद्धि हुई, उत्तरी अमेरिका में सेल में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई और चीन में रिटेल सेल में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

जबकि होलसेल्स में साल दर साल 72 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, यह सेमीकंडक्टर सप्लाई बाधाओं और कोविड के प्रभाव के कारण नियोजित की तुलना में अभी भी 30,000 कम था.

जेएलआर के मुताबिक वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में स्थिति में सुधार होना शुरू हो सकता है. हालांकि, व्यापक अंतर्निहित संरचनात्मक क्षमता के मुद्दों का समाधान केवल तभी किया जाएगा जब नई क्षमताओं में सप्लायर इंवेस्टमेंट अगले 12-18 महीनों में ऑनलाइन हो जाएगा. इसलिए सप्लाई की कमी अगले साल और उसके बाद होने की उम्मीद है.

 

 

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