मिचेल स्टाार्क ने बताया कि किस तरह कराची की पिच पर उनकी गेंद रिवर्स स्विंग हुई

लाहौर, 15 मार्च (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। ऑस्ट्रे लियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टाकर्क ने सोमवार को कहा कि कराची पिच के घर्षण करने वाले रवैये के कारण उन्हें और पैट कमिंस को रिवर्स स्विंग प्राप्तग करने में मदद मिली। ऑस्ट्रेीलिया ने दूसरे टेस्टव में पाकिस्ता्न को पहली पारी में केवल 148 रन पर ऑलआउट कर दिया।
स्टाटर्क से प्रेस कांफ्रेंस में पूछा गया कि क्यों् ऑस्ट्रे लियाई गेंदबाजों को रावलपिंडी में पहले टेस्ट में ज्याचदा स्विंग नहीं मिला था तो स्टा र्क ने कहा कि उन्हेंस कराची में पिच के इतनी जल्दीट टूटने की उम्मीदद नहीं थी। स्टासर्क ने कहा कि यह पिच ज्यावदा घर्षण करने वाली है और पिच पर जूते की निशान के कारण अगले दो दिन स्पिनर्स को काफी मदद मिलेगी। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा कि मुझे लगता है कि घर्षण वाले विकेट पर ज्यागदा दरारें हैं और इसने हमें ज्याादा रिवर्स स्विंग दिलाने में मदद की है।
स्टा र्क ने एक और पहलू बताया कि यहां के अभ्यास विकेट की सूखे हैं और यहां का मौसम भी पिंडी के मुकाबले ज्या दा गर्म है तो इससे हमें गेंद को दोनों तरफ रिवर्स कराने में मदद मिली। स्टामर्क ने साथ ही बताया कि ऑस्ट्रेयलिया ने अपना होमवर्क कर लिया था और यहां सामना करने वाले सभी परिदृश्योंि पर चर्चा कर ली थी। मेलबर्न में स्टालर्क कंपनी ने पूरा एक दिन केवल रिवर्स स्विंग गेंद का अभ्या स किया क्यों कि एशेज सीरीज में नई और कड़क गेंद होती है, जिससे रिवर्स स्विंग के ज्यारदा मौके नहीं मिलते।
ऑस्ट्रे लिया के अनुभवी तेज गेंदबाज ने कहा कि वह अपनी टीम के बल्लेमबाजों को पूरा श्रेय देंगे, जिन्होंंने बड़ा लक्ष्या खड़ा किया और टीम को मैच में काफी आगे कर दिया। स्टाकर्क ने कहा, ‘मेरी पैट कमिंस से कोई बातचीत नहीं हुई कि पाकिस्तारन को फॉलोऑन देना है कि नहीं।’ स्टा र्क ने आगे कहा, ‘मेरे ख्याचल से संभवंत: जिस तरह की स्थिति में हम है, हम संभवत: इस पिच पर आखिरी में बल्लेाबाजी नहीं करना चाहते थे।’ यह पूछने पर कि आखिरी बार उन्होंिने कराची जैसी रिवर्स स्विंग होती गेंदबाजी कब देखी थी तो तेज गेंदबाज ने जवाब दिया कि कुछ समय पहले ही ऐसा देखा था, संभवत: भारत के खिलाफ सीरीज में।