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स्पेशल सेल के हत्थे चढ़ा कुख्यात बदमाश

नई दिल्ली, 15 सितंबर (सक्षम भारत)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश में लूट की कई वारदातों को अंजाम दे चुके एक कुख्यात बदमाश को सराय काले खां स्थित इंद्रप्रस्थ पार्क से धर दबोचा है। उसके पास से एक लोडेड पिस्टल बरामद की गयी है। आरोपित पिछले एक साल से फरार चल रहा था। उस पर दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश में आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपित की पहचान बागपत जिला निवासी 24 वर्षीय मोहित के रूप में हुई है।

डीसीपी पीएस कुशवाह ने रविवार को बताया कि लुटेरों और डकैतों की गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए स्पेशल सेल की टीम लगातार अपनी नजर बनाए हुए है। स्पेशल सेल द्वारा चलाए गए इस अभियान में पता चला कि वह पिछले साल 26 जुलाई को अपने तीन साथियों के साथ मिलकर पान मसाला के गोदाम में घुसकर लूट की वारदात को अंजाम दिया था। उस दौरान गोदाम मालिक समेत सात कर्मचारी भी मौजूद थे जिन्हे डराने के लिए इन बदमाशों ने फायरिंग की थी। इसमें एक गोली मोहित को लग गई थी। जिसके बाद बदमाश अपने इरादे को अंजाम देने से पीछे हट गए थे। इस मामले में मानसरोवर पार्क थाने में केस दर्ज किया था और पुलिस ने इस मामले में आकाश, पंकज, सुमित और मोनू नामक चार बदमाशों को गिरफ्तार किया था।

इस दौरान मोहित पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए इधर से उधर भागता फिर रहा था। पुलिस ने मोहित के ठिकाने का पता लगाने के लिए कई प्रयास भी किए पर पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिली। स्पेशल सेल को अपने मुखबिरों से गुप्त सूचना मिली थी कि बीते 12 सित बर को मोहित दिल्ली के ट्रांस यमुना इलाके में देखा गया है और वह अपराधियों के सपंर्क करने की कोशिश कर रहा है। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सराय काले खां स्थित इंद्रप्रस्थ पार्क से वह धर दबोचा। जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके पास से एक लोडेड पिस्टल के अलावा दो कारतूस बरामद किए गए। पूछताछ में पता चला है कि वह गलत संगत में पड़ कर छोटी-मोटी वारदातों को अंजाम देने लगा। इसके चलते साल 2012 में मोहित को बागपत पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस मामले में जब पुलिस ने उसे पकडने की कोशिश की तो उसने पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं।

वह उस मामले में 9 महीने तक मुज फरनगर जेल में रहा। जेल से रिहा होने के बाद वह फिर से वारदात को अंजाम देने लगा। साल 2014 में उत्तर प्रदेश पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत उसे दोबार से गिरफ्तार कर लिया। वह 17 महीने जेल में रहा। जेल से रिहा होने के बाद वह अपने रास्ते पर वापस आ गया था और उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा यूनुस, शाकिल आदि के साथ उसके साथियों को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था, जब वे डकैती करने जा रहे थे। जांच में पता चला है कि आरोपित पर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में आठ मामले दर्ज हैं।

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