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विश्व चैंपियनशिप में होगा कड़ा मुकाबला, इस साल 90 मीटर के आंकड़े को पार करना लक्ष्य: चोपड़ा

नई दिल्ली, 18 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। अमेरिका के यूजीन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उतरने की तैयारी कर रहे ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने सोमवार को कहा कि इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में मुकाबला काफी कड़ा होगा क्योंकि कम से कम छह खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और 89 मीटर के आंकड़े को पार कर रहे हैं। तोक्यो ओलंपिक चैंपियन चोपड़ा ने साथ ही कहा कि इस साल उनका लक्ष्य 90 मीटर के आंकड़े को पार करना है जिसके वह डाइमंड लीग के दौरान काफी करीब पहुंचे थे।

विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका के यूजीन में मौजूद चोपड़ा का इस सत्र में प्रदर्शन शानदार रहा है। इस स्टार खिलाड़ी ने दो बार अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार किया है। उन्होंने 14 जून को फिनलैंड में पावो नुर्मी खेलों में 89.30 मीटर और 30 जून को प्रतिष्ठित स्टॉकहोम डायमंड लीग प्रतियोगिता में 89.94 मीटर दूर भाला फेंका जिससे वह महज छह सेंटीमीटर से 90 मीटर की दूरी हासिल करने से चूक गये।

चोपड़ा डाइमंड लीग में ग्रेनेडा के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स के बाद दूसरे स्थान पर रहे। पीटर्स ने 90.31 मीटर के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता। तोक्यो ओलंपिक चैंपियन चोपड़ा ने 21 जुलाई को क्वालीफाइंग दौर के साथ शुरू हो रही विश्व चैंपियनशिप की भाला फेंक स्पर्धा में चुनौती के बारे में कहा, ‘‘विश्व चैंपियनशिप में मुकाबला काफी कड़ा होने वाला है। छह खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और 89 मीटर से अधिक की दूरी तक भाला फेंक रहे हैं। इस बार मुकाबला काफी रोमांचक होगा।’’

उन्होंने कहा,‘‘मैंने इस साल 90 मीटर से अधिक का थ्रो करने का लक्ष्य बनाया है और डाइमंड लीग में मैं सिर्फ छह सेंटीमीटर से इसे हासिल करने से चूक गया था। उम्मीद है कि मैं इस साल इस लक्ष्य को हासिल कर लूंगा। मैं हालांकि जब किसी प्रतियोगिता में उतरता हूं तो किसी लक्ष्य के साथ नहीं उतरता। मेरा पूरा ध्यान सिर्फ अपना शत प्रतिशत देने पर होता है। मैं हमेशा इसी मानसिकता के साथ उतरता हूं और अपने प्रयास में पूरी ऊर्जा झोंकना चाहता हूं।’’ चोपड़ा डाइमंड लीग में भले ही पीटर्स से पिछड़ गए हों लेकिन वह पावो नुर्मी खेलों और फिनलैंड में ही कुओर्ताने खेलों में पीटर्स को पछाड़ चुके हैं।

विश्व चैंपियनशिप में पीटर्स और चोपड़ा के अलावा ओलंपिक रजत पदक विजेता याकुब वाडलेच (सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 90.88 मीटर), जर्मनी के जूलियन वेबर (89.54 मीटर), त्रिनिदाद एवं टोबैगो के 2012 ओलंपिक चैम्पियन केशोर्न वॉलकॉट (89.07 मीटर) और फिनलैंड के ओलिवर हेलांडर (89.83 मीटर) पदक के दावेदारों में शामिल हैं। विश्व चैंपियनशिप की तैयारी के बारे में पूछने पर चोपड़ा ने यूजीन से कहा, ‘‘मेरी तैयारी काफी अच्छी चल रही और मैं एक बार फिर अपना शत प्रतिशत देने के लिए तैयार हूं। हम सभी को ओरेगन विश्वविद्यालय में ठहराया गया है और हम अलग स्टेडियम में ट्रेनिंग कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यहां का माहौल काफी अच्छा है। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ एथलीट यहां मौजूदा हैं। जिम और स्टेडियम में जब कोई विश्व और ओलंपिक रिकॉर्ड धारक मिलता है तो उनसे काफी प्रेरणा मिलती हैं।’’

चोपड़ा ने कहा कि उनका ध्यान सिर्फ अपने प्रदर्शन पर है और वह स्व्यं से बेहतर बनने के लिए ही प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘खेल में उतार चढ़ाव लगे रहते हैं। कभी आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हो तो कभी इससे बेहतर भी करते हो। कभी कभी आप अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तक नहीं पहुंच पाते। जब प्रदर्शन अच्छा नहीं होता तो ट्रेनिंग में और कड़ी मेहनत करता हूं। मेरी प्रतिस्पर्धा अपने आप से है और मैं अपने से बेहतर बनने का प्रयास करता हूं।’’

चोपड़ा के प्रेरणास्रोत और भाला फेंक के विश्व रिकॉर्ड धारक चेक गणराज्य के यान जेलेनी भी यूजीन में मौजूद हैं और यह भारतीय खिलाड़ी उनसे मिलकर काफी खुश हूं। उन्होंने कहा, ‘‘यान जेलेनी भी यहां मौजूद हैं। मैं दो बार उनसे मिल चुका हूं। वह विश्व रिकॉर्ड धारक हैं और मेरे पसंदीदा खिलाड़ी हैं। उनसे मुझे काफी प्रेरणा मिलती है।’’ चोपड़ा ने खेल पोशाक और सामान बनाने वाली कंपनी अंडर आर्मर के भारत में वितरक और लाइसेंस धारक अंडरडॉग एथलेटिक्स के साथ करार किया है और वह इसी घोषणा के लिए मीडिया से मुखातिब थे।

अंडरडॉग एथलेटिक्स के प्रबंध निदेशक तुषार गोकुलदास ने कहा कि उन्होंने चोपड़ा के ओलंपिक चैंपियन बनने से काफी पहले ही सोच लिया था कि वह भारत में उनके ब्रांड का चेहरा होंगे। तुषार ने कहा, ‘‘मुझे नीरज के हमारी कंपनी के साथ जुड़ने की घोषणा करने की काफी खुशी हो रही है। यह लंबा करार होगा। आप विश्वास नहीं करेंगे कि नीरज के ओलंपिक चैंपियन बनने से काफी पहले ही 2018 में जब हम भारत में कंपनी के विस्तार की योजनाएं बना रहे थे तो मैंने सोच लिया था कि देश में वही हमारे ब्रांड का चेहरा होंगे। ’’

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