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गो फर्स्ट की विशेष ऑडिट रिपोर्ट का विश्लेषण कर रहा डीजीसीए

नई दिल्ली, 11 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) संकट से गुजर रही एयरलाइन गो फर्स्ट की विशेष ऑडिट रिपोर्ट का विश्लेषण कर रहा है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

एयरलाइन की उड़ानें फिलहाल ठप हैं और कंपनी ऋण शोधन प्रक्रिया का सामना कर रही है।

नकदी संकट से जूझ रही गो फर्स्ट ने 17 साल तक काम जारी रखने के बाद तीन मई से परिचालन रोक दिया था।

गो फर्स्ट का परिचालन दोबारा शुरू करने से संबंधित तैयारियों की जांच के लिए डीजीसीए ने चार से छह जुलाई के दौरान विशेष ऑडिट किया था। इसमें एयरलाइन की मुंबई और दिल्ली की इकाइयों को शामिल किया गया था।

इस बीच, गो फर्स्ट और उसे पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों के बीच दिल्ली उच्च न्यायालय में कानूनी लड़ाई जारी है।

अधिकारी के अनुसार उच्च न्यायालय का इस संदर्भ में फैसला ऋण शोधन अक्षमता और दिवाला संहिता के तहत जारी कार्यवाही के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा।

ऑडिट रिपोर्ट और अन्य पहलुओं पर गौर करने के बाद नागर विमानन महानिदेशालय गो फर्स्ट की पुनरुद्धार योजना को मंजूरी देने पर निर्णय करेगा।

उधर, गो फर्स्ट के समाधान पेशेवर ने सोमवार को एयरलाइन के संभावित बोलीदाताओं से रुचि पत्र आमंत्रित किये।

सार्वजनिक नोटिस के अनुसार रुचि पत्र जमा करने की अंतिम तिथि नौ अगस्त है। संभावित आवेदनकर्ताओं की अंतिम सूची 19 अगस्त को जारी की जाएगी।

 

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