
नई दिल्ली, 25 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। मणिपुर महिला उत्पीड़न की घटना को लेकर लोकसभा में जारी गतिरोध को तोड़ने के उद्देश्य से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में मौजूद सभी दलों के नेताओं की आज बैठक बुलायी लेकिन इसका कोई समाधान नहीं निकल सका।
पूर्वाह्न 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर जैसे ही प्रश्नकाल आरंभ किया विपक्ष के सदस्य हंगामा करते हुए आसन के सामने आ गये और नारेबाजी करने लगे। अध्यक्ष ने प्रश्नकाल चलाने का प्रयास किया लेकिन विपक्षी सदस्य हंगामा करते रहे। इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
लोकसभा अध्यक्ष ने 12 बजे अपने चेंबर में सदन में मौजूद दलों के नेताओं की एक बैठक बुलायी और सभी से गतिरोध दूर करके सदन चलाने का आग्रह किया। लेकिन विपक्षी दल इस बात पर अडिग रहे कि मणिपुर के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बयान सदन के भीतर होना चाहिए। सत्तापक्ष का कहना था कि सरकार मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है और हर मुद्दे एवं प्रश्न का विस्तार से उत्तर देना चाहती है लेकिन विपक्ष राजनीतिक फायदे के लिए मुद्दा उछाल रहा है और चर्चा से भाग रहा है।
बैठक में शामिल रहे एक दल के नेता ने बताया कि बैठक में यह सुझाव भी आया कि सदन में जब चर्चा शुरू हो जाये तो प्रधानमंत्री किसी उचित समय पर बीच में हस्तक्षेप करते हुए अपनी बात कह दें। आखिर उन्होंने सदन के बाहर भी तो बयान दिया है। लेकिन इस पर भी कोई आश्वासन नहीं मिला।