Business

आभूषण विक्रेताओं को धनतेरस पर सोने की बिक्री में 10 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद

नई दिल्ली, 09 नवंबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। आभूषण विक्रेता शुक्रवार को धनतेरस के दिन सोने की मांग को लेकर सतर्क, मगर आशान्वित हैं। भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के मद्देनजर सोने की कीमतों में तेज वृद्धि के बीच वे सोने के आभूषण और सर्राफा की बिक्री में 10 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।

पिछले साल धनतेरस के बाद से सोने की कीमतें 20 प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 61,000 रुपये प्रति दस ग्राम हो गई हैं। पिछले साल धनतेरस पर दिल्ली में सोने की कीमतें कर को छोड़कर 50,139 रुपये प्रति दस ग्राम थीं, जबकि वर्ष 2021 धनतेरस त्योहार पर यह 47,644 रुपये थी।

धनतेरस को हिंदू कैलेंडर में कीमती धातुओं, बर्तनों और अन्य मूल्यवान वस्तुओं को खरीदने के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन कई लोग वाहन भी खरीदते हैं। सामान्य वर्षों में धनतेरस के दिन करीब 20-30 टन सोना बिक जाता है।

ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन संयम मेहरा ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘सोने की कीमतों में सालाना 8-10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो रही है। और लोगों ने सोने की आधार कीमत 58,000 रुपये प्रति दस ग्राम को स्वीकार कर लिया है। हम पिछले साल की तुलना में इस धनतेरस पर बिक्री में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि कई ज्वेलर्स द्वारा दी जा रही मेकिंग चार्ज में छूट का लाभ उठाते हुए उपभोक्ताओं ने धनतेरस के दिन डिलिवरी के लिए बुकिंग की है।

हालांकि, विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) के भारत के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सोमसुंदरम पीआर ने कहा, ‘‘ज्वेलर्स सतर्क रूप से आशावादी हैं, हालांकि उपभोक्ता भावनाएं सकारात्मक बनी हुई हैं। सोने की ऊंची कीमत धनतेरस पर एक महत्वपूर्ण रुकावट होगी।’’

सांकेतिक खरीदारी होगी और स्वर्ण छड़ें तथा सिक्कों की भारी मांग होगी। उन्होंने कहा कि कुल धनतेरस बिक्री, वर्ष 2021 और वर्ष 2022 में हासिल किए गए स्तर तक पहुंचने की संभावना नहीं है।

वहीं ज्वेलरी रिटेलर जोयालुक्कास, जिसके भारत में 100 स्टोर हैं, इस बार सोने के आभूषणों की बिक्री में 25 प्रतिशत बढ़ोतरी की उम्मीद कर रही है।

जोयालुक्कास के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक जॉय अलुक्कास ने कहा, ‘‘हम अपने स्टोरों में इस धनतेरस पर लगभग 650 किलोग्राम सोने के आभूषणों की बिक्री की उम्मीद कर रहे हैं। अगर कीमतें कम हुईं तो बिक्री और भी अधिक हो सकती है।’’

उन्होंने बताया कि आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की तैयारी कर रही इस कंपनी ने पिछले साल धनतेरस के दिन करीब 500 किलोग्राम सोना बेचा था।

बिक्री से उत्साहित कल्याण ज्वेलर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरमन ने कहा, ‘‘हम अपने शोरूम में मजबूत मांग और ग्राहकों की संख्या देख रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि हालांकि वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में विस्तारित श्राद्ध अवधि के कारण उद्योग में मांग में देरी देखी गई। इसके बाद बिक्री की गति में नए सिरे से उछाल से कंपनी कुछ आशान्वित है।

आभूषणों की नई और मौसमी श्रृंखला के अलावा धनतेरस को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने उत्पाद के वजन में लचीलेपन के साथ 22 कैरेट और 24 कैरेट दोनों में ‘अष्ट लक्ष्मी’ और ‘अष्ट विनायक’ सिक्कों का एक अनूठा संस्करण जारी किया है।

कोलकाता स्थित आभूषण श्रृंखला नेमीचंद बमावला एंड संस के भागीदार बच्छराज बमावला ने कहा कि इस धनतेरस पर खरीदारी के सामने कीमत एक कारक है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने धनतेरस से दो सप्ताह पहले ऑफर शुरू किए थे और ग्राहकों की संख्या अच्छी रही है। उनमें से ज्यादातर की डिलिवरी कल धनतेरस के दिन होगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि सोने की दरें पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत बढ़ी हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि मात्रा के हिसाब से बिक्री केवल 10 प्रतिशत और मूल्य के हिसाब से 20 प्रतिशत बढ़ेगी।’’

सर्राफा मांग पर, एमएमटीसी-पीएएमपी के प्रबंध निदेशक और सीईओ विकास सिंह ने कहा कि धनतेरस और दिवाली के अवसर पर परिवार निवेश और एक पवित्र अनुष्ठान के रूप में सोना खरीदने के सदियों पुराने रीति-रिवाजों को अपनाते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस त्योहारी मौसम के दौरान मजबूत मांग की उम्मीद है।” उन्होंने कहा कि कंपनी शुद्धतम 999.9 प्लस (24 कैरेट) सोने और चांदी के उत्पाद बेचती है।

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker