14 साल से फरार हत्यारोपी जब्बाद सैय्यद लखनऊ से गिरफ्तार, एसटीएफ की बड़ी कामयाबी
लखनऊ: 14 सालों से फरार चल रहे हत्या के आरोपी जब्बाद जब्बार सैय्यद को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने लखनऊ में इंदिरा नगर मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी थाना नालासोपारा, जिला थाणे, महाराष्ट्र में दर्ज मामले संख्या 271/2011, धारा 302 (हत्या) के तहत की गई। आरोपी 2011 से फरार था और गिरफ्तारी से बचने के लिए अलग-अलग जगहों पर छिपकर रह रहा था।
25 जनवरी 2025 को, एसटीएफ उत्तर प्रदेश को महाराष्ट्र पुलिस की क्राइम ब्रांच, थाणे से सहयोग का अनुरोध मिला। एसटीएफ ने पुलिस उपाधीक्षक प्रमेश कुमार शुक्ल के निर्देशन में कार्रवाई शुरू की। इंस्पेक्टर जावेद आलम सिद्दीकी और उनकी टीम ने सूचनाएं इकट्ठा कीं और पता चला कि वांछित आरोपी लखनऊ के गाजीपुर क्षेत्र में मौजूद है और मेट्रो स्टेशन से चारबाग जाने की योजना बना रहा है।
तत्काल कार्रवाई करते हुए, एसटीएफ और महाराष्ट्र पुलिस की संयुक्त टीम ने इंदिरा नगर मेट्रो स्टेशन के पास आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपी जब्बाद सैय्यद ने कबूल किया कि उसने 24 मई 2011 को अपनी मामी रेहाना खातून की हत्या की थी। यह हत्या अवैध संबंधों के चलते नालासोपारा क्षेत्र के सांई द्वारिका चाल में की गई थी। हत्या के बाद से वह लगातार फरार था और गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपना ठिकाना बदलता रहा।
आरोपी ने बताया कि वह नालासोपारा में जरी का काम करता था और अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था।
पढ़ा-लिखा न होने के कारण उसने किसी भी डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल नहीं किया, जिससे उसकी पहचान उजागर न हो।
मूल रूप से उन्नाव का रहने वाला जब्बाद सैय्यद महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बीच अलग-अलग स्थानों पर छिपता रहा।
गिरफ्तारी में एसटीएफ की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिसमें इंस्पेक्टर चंद्र प्रकाश मिश्र, मुनेन्द्र सिंह, मृत्युंजय सिंह समेत अन्य अधिकारी शामिल थे। महाराष्ट्र पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम के एएसआई आसिफ मुल्ला और संग्राम सिंह गायकवाड ने भी कार्रवाई में सहयोग दिया।
गिरफ्तार आरोपी को गाजीपुर थाना, लखनऊ में दाखिल किया गया है। उसे ट्रांजिट रिमांड पर महाराष्ट्र ले जाया जाएगा, जहां आगे की कानूनी प्रक्रिया क्राइम ब्रांच, थाणे द्वारा की जाएगी।