सांसद ने लोकसभा में की भलस्वा झील के समाप्त होते अस्तित्व को बचाने की गुजारिश

नई दिल्ली, 31 जुलाई (सक्षम भारत)।
उत्तर-पश्चिम दिल्ली सांसद हंस राज हंस ने बुधवार को लोकसभा में अपने संसदीय क्षेत्र बादली विधानसभा के अंतर्गत स्थित भलस्वा झील की साफ-सफाई का मुद्दा उठाया। हंस राज हंस ने कहा कि भलस्वा झील जो कई वर्षों से बदहाली से गुजर रही है जिसे मोती झील के नाम से भी जाना जाता है। झील के चारो ओर गन्दगी और खर-पतवार उग आये है और झील के बीचो-बीच जहां पहले साफ-सुथरा पानी हुआ करता था, यहां देसी और विदेशी पक्षी मौसम के अनुरूप आया करते थे, यात्रियों और पर्यटकों का तो ताँता लगा रहता था लेकिन आज वहां पर लम्बी-लम्बी घास और झाड़ियाँ उग आयीं हैं, झील के सूखने के कारण अब कुछ ही स्थानों पर पानी दिखाई देता है लेकिन प्रशासनिक अनदेखी के कारण इस झील का अस्तित्व समाप्त होता दिखाई देता है और झील समय के साथ गायब हो रही है। तटबंध निर्माण करने के कारण इसे यमुना से भी काट दिया गया है मानसून की बारिश के अलावा यमुना नदी का पानी ही मुख्य श्रोत था जो कि अब वह भी नही मिल पा रहा है। न तो अब इस झील की साफ-सफाई हो पा रही है और न ही कोई इसके देख-रेख के लिए आगे आ रहा है। मेरा केंद्र सरकार से अनुरोध है कि इस झील को बचाया जाए यही मेरी गुजारिश है।