
नई दिल्ली, 07 अप्रैल (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को कहा कि वर्ष 2023 तक सभी विधान मंडल (विधायिका संबंधी) की कार्यवाही एक मंच पर लाई जाएगी, जिससे मेटा-डेटा के आधार पर जानकारी मिलेगी। इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक वर्ष की सारी कार्यवाही आपको मिल जाए।
अध्यक्ष बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा के बाद संसद भवन परिसर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। लोकसभा के साथ ही राज्यसभा की कार्यवाही भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। इसके साथ ही संसद के बजट सत्र का समापन हो गया।
लोकसभा में इस सत्र में हुए कामकाज का ब्योरा देते हुए बिरला ने कहा कि इस सत्र में सभी की भागीदारी से उत्पादकता 129 प्रतिशत रही । आठवें सत्र तक सदन की उत्पादकता 106 प्रतिशत रही है । पिछले अनुभवों की तुलना में यह सत्र सभी के समर्थन से अच्छा रहा। इस सत्र में सभा ने कुल मिलाकर 40 घंटे देर तक बैठकर महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। सत्र के दौरान 182 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लाभार्थियों के संबंध में 11 फरवरी को आधे घंटे की चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान सदस्यों ने नियम 377 के अधीन 486 लोकहित के विषय सदन के समक्ष प्रस्तुत किए। इस सत्र में सदस्यों द्वारा विभिन्न विषयों पर अविलंबनीय लोक महत्व के मामले उठाए गए।
इसके साथ ही सत्र के दौरान विभिन्न संसदीय समितियों ने कुल 62 प्रतिवेदन प्रस्तुत किए। मंत्रियों द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर कुल 35 वक्तव्य दिए गए।
बिरला ने आगे कहा कि हमें सदन की मर्यादा और गरिमा को बनाए रखना चाहिए। 2023 के अंदर हम देश के सभी विधानमंडल की कार्यवाही को एक पटल पर ला देंगे। इस सत्र में सभी सदस्यों ने देर रात तक बैठकर सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया। कुल 13 विधेयक पारित हुए हैं, पांच विषयों पर अनुदान मांगों पर चर्चा हुई। बजट पर भी चर्चा की गई है। हम कोशिश करते हैं कि सदन निर्वाह रूप से चले, क्योंकि ये देश की सर्वोच्च संस्था है।