एफटीएक्स के दिवालिया होने से परमार्थ के लिए दी गई मदद खतरे में

न्यूयॉर्क, 14 नवंबर (ऐजेंसी/अशोका एक्स्प्रेस)। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स के दिवालिया होने से परमार्थ कार्यों की दुनिया को भी झटका लगा है। एफटीएक्स के संस्थापक सैम बैंकमैन-फ्राइड ने परमार्थ अभियान के लिए काफी दान दिया है।
एफटीएक्स फाउंडेशन का कहना है कि उसने विभिन्न परमार्थ कार्यों के लिए 19 करोड़ डॉलर की मदद दी है।
इससे पहले इसी साल फाउंडेशन के फ्यूचर फंड ने 10 करोड़ डॉलर का दान करने की घोषणा की थी। फंड ने 2022 में परमार्थ कार्यों के लिए एक अरब डॉलर की मदद देने की उम्मीद जताई थी। एफटीएक्स के दिवालिया होने की वजह से अब ऐसा नहीं हो पाएगा।
इसके अलावा कई गैर-लाभकारी समूह जिन्हें बैंकमैन से संबंधित समूह से पहले ही मदद का पैसा मिल चुका है, उनको लेकर भी अब संदेह जताया जा रहा है।
एफटीएक्स, हेज फंड अलामेडा रिसर्च और दर्जनों अन्य संबद्ध कंपनियों ने दिवालिया संरक्षण के लिए आवेदन किया है। इस तरह की चर्चा के बाद कि एफटीएक्स के पास पर्याप्त पूंजी नहीं है, ग्राहकों ने एक्सचेंज से अरबों डॉलर निकालने का प्रयास किया।
बैंकमैन-फ्राइड ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। इस साल की शुरुआत में उनकी कुल संपदा 24 अरब डॉलर आंकी गई थी। लेकिन अब यह खत्म हो गई है।