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पेले को उस शहर के कब्रिस्तान में दफनाया गया जिसे उन्होंने पहचान दिलाई

सांतोस, 04 जनवरी (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। ब्राजील ने मंगलवार को पेले को अंतिम विदाई दी जब इस पूर्व महान खिलाड़ी को उस शहर के कब्रिस्तान में दफनाया गया जिसे उन्होंने दुनिया भर में पहचान दिलाई।

नव नियुक्त राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने विला बेल्मिरो स्टेडियम में पेले के अंतिम दर्शन किए। पेले अपने करियर में अधिकांश समय इसी स्टेडियम में खेले।

पेले का पिछले सप्ताह 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया और उन्हें सांतोस शहर में दफनाया गया। यह दिग्गज 15 साल की उम्र में सांतोस एफसी की ओर से खेलने के लिए शहर में आया था और फिर यहीं वह प्रसिद्ध हुए।

पेले के पार्थिव शरीर को विला बेल्मिरो स्टेडियम से काले ताबूत में अग्निशामक वाहन में रखकर कब्रिस्तान ले जाया गया। इस दौरान बैंड ने टीम का आधिकारिक गीत और एक रोमन कैथोलिक गीत बजाया। सुनहरी रंग के कपड़े से लिपटे ताबूत के आने से पहले उपस्थित लोगों ने सांबा गाने गाए जो पेले को पसंद थे।

हालांकि ब्राजील के कुछ दिग्गज फुटबॉलर वहां नहीं पहुंचे जिससे लोगों में नाराजगी थी।

स्टेडियम के समीप बेकरी चलाने वाले 67 साल के क्लॉडियोनर एल्वेस ने पूछा, ‘‘रोनाल्डो नजारियो कहां है? काका कहां है, नेमार कहां है?’’

उन्होंने कहा, ‘‘क्या उन्हें लगता है कि उन्हें पेले की तरह याद किया जाएगा? ये लोग अपनी छुट्टियां नहीं रोकना चाहते थे, यही समस्या है।’’

सत्रह साल की जियोवाना सरमेंटो ने पेले के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए तीन घंटे इंतजार किया। वह अपने पिता के साथ आई थी जिन्होंने पेले के नाम की ब्राजील की टीर्शट पहन रखी थी।

जियोवाना ने कहा, ‘‘मैं सांतोस की प्रशंसक नहीं हूं और ना ही मेरे पिता। लेकिन इस आदमी ने ब्राजील की राष्ट्रीय टीम को नई पहचान दी। उन्होंने सांतोस को मजबूत बनाया, उन्होंने इसे बड़ा बनाया, आप उनका सम्मान कैसे नहीं कर सकते? वह अब तक के सबसे महान लोगों में से एक हैं, हमें उनका सम्मान करने की जरूरत है।’’

पेले 1960 और 1970 के दशक में शायद दुनिया के सबसे प्रसिद्ध खिलाड़ी थे। उन्होंने कई देशों के राष्ट्रपति और रानियों से मुलाकात की। नाइजीरिया में एक गृहयुद्ध को रोक दिया गया ताकि लोग उन्हें खेलते हुए देख सकें। ब्राजील के कई लोग देश को पहली बार विश्व मंच पर लाने का श्रेय पेले को देते हैं।

स्टेडियम के एक गोल के पीछे पेले की 10 नंबर की जर्सी पंक्तियों में रखी गईं थी। स्टैंड का एक हिस्सा शोक मनाने वालों द्वारा रखे गए फूलों के गुलदस्ते से भर गया और इनमें से कुछ गुलदस्ते दुनिया भर के क्लबों और स्टार खिलाड़ियों ने भी भेजे थे जिसमें नेमार और रोनाल्डो भी शामिल हैं।

भीड़ में ज्यादातर स्थानीय लोग थे, हालांकि कुछ काफी दूर से आए थे। कई शोक मनाने वाले इतने छोटे थे कि उन्होंने पेले को खेलते हुए शायद ही कभी देखा हो।

फीफा अध्यक्ष जियानी इंफेनटिनो ने पत्रकारों से कहा कि हर देश को एक स्टेडियम का नाम पेले के नाम पर रखना चाहिए।

इंफेनटिनो ने कहा, ‘‘मैं यहां बहुत अधिक भावनाओं, दुख के साथ आया हूं, लेकिन एक मुस्कान के साथ भी हूं क्योंकि उन्होंने हमें बहुत सारी मुस्कान दी हैं। फीफा की ओर से हम ‘किंग’ को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और हम पूरी दुनिया से एक मिनट का मौन रखने के लिए कहते हैं।’’

उनके दर्शन करने वालों में एक प्रशंसक और मित्र ब्राजील के सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति गिलमार मेंडेस भी थे।

मेंडेस ने पत्रकारों से कहा, ‘‘यह बहुत दुखद क्षण है लेकिन अब हम इस महान खिलाड़ी का हमारे देश के लिए वास्तविक अर्थ देख रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे कार्यालय में पेले के हस्ताक्षर वाली शर्ट हैं, एक गोलकीपर के रूप में उनकी एक तस्वीर भी है जिस पर उनके हस्ताक्षर हैं। उनकी डीवीडी, फोटो का बड़ा संग्रह।’’

पेले का 2021 से कोलन कैंसर का इलाज चल रहा था। जिस चिकित्सा केंद्र में उन्हें भर्ती कराया गया था उसने कहा कि कैंसर के परिणामस्वरूप कई अंगों के काम करना बंद कर देने से उनकी मृत्यु हो गई।

पेले ने 1958, 1962 और 1970 में ब्राजील को विश्व कप खिताब दिलाया और 77 गोल के साथ टीम के सर्वकालिक अग्रणी स्कोररों में से एक बने रहे। नेमार ने कतर में इस साल के विश्व कप के दौरान पेले के रिकॉर्ड की बराबरी की।

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