
गुवाहाटी, 17 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। असम में जलस्तर घट रहा है जिससे बाढ़ की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। गुवाहाटी स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने अगले दो दिनों तक क्षेत्र में बारिश नहीं होने का अनुमान जताया है, जिससे स्थिति में तेजी से सुधार की उम्मीद है।
इस बीच, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की मंगलवार रात की एक ‘रिपोर्ट’ में कहा गया है कि बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या घटकर लगभग चार लाख हो गई है, जबकि धेमाजी में एक और व्यक्ति की मौत की खबर है।
ऐसे जिलों की संख्या घटकर अब 16 रह गई है, जिनमें बाढ़ का पानी भरा है। वैसे ब्रह्मपुत्र सहित कुछ प्रमुख नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
कछार जिला बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित है जहां 80,783 लोग इस प्राकृतिक आपदा से बेहाल हैं। इसके बाद 80,544 प्रभावितों के साथ धुबरी और 76,889 प्रभावितों के साथ नागांव है।
कुल 84 राहत शिविरों में 15,476 लोग शरण लिए हुए हैं। अन्य 38 केंद्रों में 15,607 प्रभावितों को राहत प्रदान की जा रही है।
राज्य की 19,724.05 हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई है, जबकि पिछले 24 घंटों में छह जानवर बाढ़ के पानी में बह गए और अन्य 2,08,119 प्रभावित हुए हैं।
बुलेटिन में कहा गया है कि ब्रह्मपुत्र नदी निमातीघाट, तेजपुर और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नांगलमुराघाट में दिसांग और करीमगंज में कुशियारा नदी खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है।
इसमें कहा गया है कि विभिन्न जिलों में तटबंध, सड़कें, पुल, मकान और अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा है।
स्थिति में सुधार के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग के काजीरंगा खंड पर यातायात प्रतिबंध हटा दिए गए हैं, हालांकि गति सीमा अब भी लागू है।