CP साहब/ DG साहब देखिए यह बहुत ही शर्मिंदगी का विषय है कि जिस पुलिस पर आम जनमानस की सुरक्षा का भार होता है वही रक्षक पुलिस भक्षक बन जाये तो भला अब और कोई किस्से उम्मीद और न्याय की गुहार लगाये –
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी देखिए सूबे की राजधानी राजधानी लखनऊ में पुलिस की अवैध वसूली से परेशान होकर भारी संख्या में आज शनिवार को व्यापारियों एवं स्थानीय जनता नेजानकीपुरम थाने का घेराव कर जानकीपुरम पुलिस मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाये- धरना प्रदर्शन में मौजूद व्यापारियों का कहना है थाने में तैनात पुलिसकर्मी प्रभारी निरीक्षक जानकीपुरम के इशारे पर सभी दुकानदारों से अवैध चौथ वसूली कर रहे हैं जबसे थाना जानकीपुरम पर प्रभारी उपेंद्र सिंह की तैनाती हुई है तबसे जानकीपुरम में ऐसा पहली बार हुआ है कि व्यापारियों ने जबरन वसूली से तंग आकर थानेदार और थाने घेराव किया है
CP साहब/ DG साहब देखिए यह बहुत ही शर्मिंदगी का विषय है कि जिस पुलिस पर आम जनमानस की सुरक्षा का भार होता है वही रक्षक पुलिस भक्षक बन जाये तो भला अब और कोई किस्से उम्मीद और न्याय की गुहार लगाये –
लखनऊ में पुलिस कमिश्नरेट की स्थापना होने के बाद यह पहली दफा है जब व्यापारियों ने अपना आपा खोकर पुलिसिया अवैध चौथ वसूली के खिलाफ हल्ला बोल दिया हो तथा थानेदार व थाने दोनों का ही घेराव किया हो।, जो बात आउटपुट से निकलकर आ रही है वो एकदम सच है कि थानेदार जानकीपुरम की तैनाती के बाद न सिर्फ थाना स्थानीय पर अपराध का ग्राफ बढ़ा है बल्कि अब इनके बेहतरीन नेतृत्व के चलते अब जानकीपुरम की होनहार पुलिस वसूलीबाज भी बन गयी है , इस बात में कोई दो राय नही है कि थानेदार साहब के नेटवर्क के तार बहुत लंबे है क्योंकि क्षेत्र में इतनी बड़ी बड़ी घटनाएं हो जाने के बाद भी आजतक किसी भी अधिकारी की थानेदार साहब को टस से मस करने की हिम्मत न हुई , लेकिन वो कहावत है न कि पब्लिक है ये सब जानती है , जब आमजनमानस जाग जाती है तो उसने देश प्रदेश की बड़ी बड़ी सरकारों को उखाड़कर फेंक दिया है तो ऐशे में एक थानेदार और उसके कारिंदों की अवैध चौथ वसूली से तंग आकर अब पब्लिक सड़को पर उतरकर हल्ला बोल में जुट गई है , अब देखना यह दिलचस्प होगा कि खबर का संज्ञान लेने के बाद क्या उच्च अधिकारी इन थानेदार साहब पर जिन्हें पब्लिक के लोग बेअन्दाज और वसूलीबाज पुलिसकर्मियों का संरक्षक बता रहे है के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते है या फिर एक बार फिर से अपने रसूख का इस्तेमाल कर भौकाली थानेदार फिर से उच्च अधिकारियों को चुप करवा देते है ।