अंतरराष्ट्रीय थारू जन जाति के संत सम्मेलन का चंदन चौकी में शुभारंभ
लखीमपुर खीरी से सहारा इंडिया न्यूज के डिजिटल प्लेटफॉर्म से आशीष गुप्ता की खास रिपोर्ट
लखीमपुर खीरी
लखीमपुर खीरी के तहसील पलिया के अंतर्गत चंदन चौकी के सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में गत वर्षो की भांति थारू जनजाति संत सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। हजारों थारू जनजाति के संत नेपाल के 6 जिलों से तथा लखीमपुर जनपद के बॉर्डर क्षेत्र में रह रहे जनजाति संतों का विराट संत सम्मेलन आयोजित हुआ , जिसमें मुख्य वक्ता के रूप से मथुरा , वृंदावन , अयोध्या , नैमिष , आदि क्षेत्रों से संत लोगों ने प्रतिभाग किया तीन दिवस चलने वाले इस संत सम्मेलन में हजारों संत तीन दिन सरस्वती शिशु मंदिर चंदन चौकी में निवास करते हैं तथा वही बाहर से आए हुए वक्ताओं के द्वारा सत्संग व आध्यात्मिक चर्चा की जा रही है विश्व हिंदू परिषद , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सहित हनुमत परिवार ,एकल अभियान के नेतृत्व में यह कार्यक्रम विगत 6 सालों से निरंतर हो रहा है । भारत देश के नेपाल बॉर्डर पर जुड़ा हुआ क्षेत्र होने के कारण अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र रहता है ,जिसके लिए कोई विदेशी ताकत भारत में ना घुस सके कोई देशद्रोही पैदा ना हो सके इसके लिए थारु जनजाति के संतों को जागृत किया जाता है क्योंकि वनवासी लोग मातृभूमि से जुड़े होते महाराणा प्रताप के वंशज हैं अपनी राष्ट्र रक्षा का तीन दिवस संकल्प लेते हैं ,इस बार भी हजारों लोगों ने प्रतिभाग किया जिनका तीन दिवस वहीं पर भोजन हुआ थारू जनजाति के संत आते हैं अपने आप भोजन बनाते । समाज के सहयोग से चलते समय उनको कंबल भगवान राम का चित्र श्री धाम अयोध्या जी से आया हुआ राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का प्रसाद भी सभी संतो को दिया गया इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से वृंदावन के संत अमित कृष्ण शास्त्री जी महाराज अयोध्या की साध्वी रिंका जी साध्वी प्रियंका साध्वी रिंकी मिश्रा जी प्रमुख समाजसेवी मानवाधिकार एसोसिएशन के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। साथ अन्य
लोग भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के आचार्य संजय मिश्रा मुख्य वक्ता के रूप में संतों का आवाहन किया का कोई घुसपैठिया भारत में प्रवेश न कर सके सनातन धर्म सबसे प्राचीन धर्म है इससे बढ़कर कोई धर्म नहीं है धर्म विश्व में केवल एक ही सनातन धर्म है बाकी सब मजहब है कबिले हैं अन्य धर्म जो के नाम पर जो कबिले और मजहब बने हुए हैं। आज बांग्लादेश में हम देख रहे हैं किस तरीके से निर्दयतापूर्ण हिंदू काटे जा रहे हैं जबरन धर्म परिवर्तन कराए जा रहे हैं आज से 200 300 वर्षों पूर्व इसी तरीके से बहुत से हिंदुओं पर अत्याचार हुए और उससे विचलित होकर के प्रताड़ित होकर के लाखों करोड़ों लोगों ने इस्लाम धर्म ग्रहण कर लिया था आज जो इस्लाम के मानने वाले लोग हैं वह विदेशी आक्रांताओं के शिकार रहे हैं। आज समय आ गया है जब चाहे तो भारत में रहने वाले जो पीड़ित किसी तरीके से अपना धर्म बदल लिए थे वह सब पुनः एक बार सनातन धर्म ग्रहण कर सकते हैं । सनातन धर्म स्वीकार कर सकते हैं ,उनका सनातन धर्म में स्वागत है आप कोई डरने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि हिंदू हृदय सम्राटों की सरकार देश प्रदेश में है इसलिए हमें विक्रमादित्य जी के बाद आज अगर कोई हिंदुत्व का शासन है वह आदित्य योगी नाथ जी और देश के गौरवशाली प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी जी हैं इसलिए किसी को डरने की जरूरत नहीं है सभी लोग सनातन धर्म में आस्था रखें और सनातन के संतों के शरण में आने पर उनका उद्धार होगा शीघ्र हजारों लोग सनातन धर्म स्वीकार करने के लिए तैयार बैठे हैं इस अवसर पर शहर के लोगों को क्षेत्र के लोगों को सहयोग करने के लिए कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बलजीत सिंह ने सभी का धन्यवाद दिया एकल अभियान के प्रमुख कार्यक्रम के संयोजक ओमप्रकाश जी ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद देते हुए सभी संतो से एक रहने का आवाहन किया कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संदीप मिश्रा अधिवक्ता अभय शुक्ला सूर्यमणि मिश्रा, दौरा पलिया एसडीएम रत्नाकर मिश्रा , डा. विपुल सिंह , अजय सिंह , संत लाल गुप्ता , विकास दीक्षित , संजू , बिहारी बाबा आदि क्षेत्र के सैकड़ो ग्रामीण भी उपस्थित रहे ।